सिर्फ़ बंधन को विश्वास नही कहते
सिर्फ़ बंधन को विश्वास नही कहते
हर आँसू को जज़्बात नही कहते,
किस्मत से मिलते है रिश्ते ज़िंदगी मे,
इसलिए रिश्तो को कभी इतेफ़ाक़ नही कहते.
सिर्फ़ बंधन को विश्वास नही कहते
हर आँसू को जज़्बात नही कहते,
किस्मत से मिलते है रिश्ते ज़िंदगी मे,
इसलिए रिश्तो को कभी इतेफ़ाक़ नही कहते.