रब से माँगा था तेरा प्यार
रब से माँगा था तेरा प्यार,
जो इस दुनिया को मंज़ूर नहीं,
चाहे फासले कितने भी रहे,
मेरे दिल से तुम कभी दूर नहीं |
रब से माँगा था तेरा प्यार,
जो इस दुनिया को मंज़ूर नहीं,
चाहे फासले कितने भी रहे,
मेरे दिल से तुम कभी दूर नहीं |