फूल जब माँगते है बरसो दुआ
फूल जब माँगते है बरसो दुआ,
तब बहारो की कली खिलती है |
तुम तो आई हो कही जन्नत से,
ऐसी महबूबा जमाने मे कहाँ मिलती है ||
फूल जब माँगते है बरसो दुआ,
तब बहारो की कली खिलती है |
तुम तो आई हो कही जन्नत से,
ऐसी महबूबा जमाने मे कहाँ मिलती है ||