ना जाने क्यों
ना_जाने_क्यों
ये दिल इतना नादान बेवफा के लिए ही रोता है
अश्क बहाता है आँखों से पर लब खामोश
ना_जाने_क्यों
ये दिल इतना नादान बेवफा के लिए ही रोता है
अश्क बहाता है आँखों से पर लब खामोश