Search Shayaris...

चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली

चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली,
कुछ पल ठहरी और फिर चल निकली,
उन से क्या कहे वो तो सच्चे थे,
शायद हमारी तकदीर ही हमसे खफा निकली |

Download चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली [small]

Download चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली [1080x1080]

Download चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली [1080x1920]

Download चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली [1920x1080]