Search Shayaris...

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो,
धूप आये तो सरसों पीली न हो,
ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि,
तेरी याद आये और पलकें गीली न हों।

Download बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो [small]

Download बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो [1080x1080]

Download बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो [1080x1920]

Download बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो [1920x1080]