🍺शराबी शायरियां jaam pe jaam peene se kya जाम पे जाम पीने से क्या फायदा दोस्तों रात को पी हुयी शराब सुबह उतर जाएगी! अरे पीना है तो दो बूंद बेवफा के पी के देख सारी उमर नशे में गुज़र जाएगी! devdas ki tarah jaan mat do देवदास की तरह जान मत दो यारो प्यार को लात मारो मेरी बात मानो ना चंद्रमुखी ना पारो रोज़ रात एक स्ट्रॉंग बियर मारो और चैन से ज़िंदगी गुजारो… har roj peeta hun tere हर रोज़ पीता हूँ तेरे छोड़ जाने के ग़म में, वर्ना पीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं, बहुत याद आते है तेरे साथ बीताये हुये लम्हें, वर्ना मर मर के जीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं | ham to ji rahe they unka naam हम तो जी रहे थे उनका नाम लेकर, वो गुज़रते थे हमारा सलाम लेकर, कल वो कह गये भुला दो हुमको, हमने पुछा कैसे!!!! वो चले गये हाथो मे जाम देकर… jaam pe jaam peene se kya जाम पे जाम पीने से क्या फायदा, शाम को पी सुबह उतर जाएगी, अरे दो बूंद मेरे प्यार की पीले, जिन्दगी सारी नशेमे गुज़र जाएगी…. sharab cheej hi aisi haaye na शराब चीज़ ही ऐसी हाए ना छोडी जाए ये मेरे यार के जैसी हाए ना छोडी जाए teri aankhon se yun to तेरी आँखों से यून तो सागर भी पिए हैं मैने, तुझे क्या खबर जुदाई के दिन कैसे जिए हैं मैने… jo asani se mile wo hai जो आसानी से मिले वो है गम, जो मुश्किल से मिले वो है RUM, जो किसी किसी से मिले वो है दम, जो नसीब वालो को मिले वो है हम!! rakh le botal kafan mei रख ले 2-4 बोतल कफ़न में, साथ बैठ कर पिया करेंगे, जब माँगे गा हिसाब गुनाहों का, एक पेग उससे भी दे दिया करेंगे.. nasha ham kiya karte hai नशा हम किया करते है इलज़ाम शराब को दिया करते है… कसूर शराब का नहीं उनका है जिनका चहेरा हम जाम मै तलाश किया करते है…