wo bhi mujhe yaad karti
वो भी मुझे याद करती होगी,
मुझसे मिलने से पहले थोडा बहुत सजती होगी,
बिछड़ने के बाद फिर से मिलने का इंतज़ार करती होगी,
दिन भर सहेलियों से मेरे बारे में कहती होगी,
और रात को नींदों में मेरे ही ख्वाब देखती होगी,
मेरी याद में वो अपने बालो को सवारती होगी,
कभी कभी अपने नाखुनो को चबाती होगी,
हर आहट पे वो मेरा नाम लेती होगी,
रास्ते पे नेना बिछाके वो मेरे लिए छत पर बैठती होगी,
या फिर कही ऐसा तो नहीं के,
ये सारी बाते मुझसे जुडी हो,
और में ही कहता हु की ये बाते उससे जुडी होगी,