😟गम / दुखी शायरियां kya hun mai aur kya क्या हूँ मैं और क्या समझते है, सब राज़ नहीं होते बताने वाले, कभी तनहाइयों में आकर देखना, कैसे रोते है सबको हसाने वाले | koi dikha kar roye कोई दिखा कर रोये, कोई छुपा कर रोये, हमें रुलाने वाले हमें रुला कर रोये, मरने का मज़ा तो तभी है यारो… जब कातिल भी जनाज़े पर आकर रोये | uski yaadon ko kisi उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता, उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता, मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता, लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता | zindgi ka bharosa nahi ज़िन्दगी का भरोसा नहीं, दुनिया का यकीन क्या करें, आज की यारी मतलब की, कोई किसी के लिए क्यूँ मरे | भाई भाई से करे धोखा, गैरों से उम्मीद ना रही, माना के यह कल युग है, मगर प्यार जिंदा है कहीं ना कहीं | kitni jaldi zindgi कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है, प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है, तेरी याद कुछ इस तरह आती है, नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है | log apna bana ke chhod लोग अपना बना के छोड़ देते हैं, अपनों से रिशता तोड़ कर गैरों से जोड़ लेते हैं, हम तो एक फूल ना तोड़ सके, नाजाने लोग दिल कैसे तोड़ देते हैं | duniya mei koi kisi ke दुनिया में कोई किसी के लिए कुछ नहीं करता, मरने वाले के साथ हर कोई नहीं मरता, अरे… मरने की बात तो दूर रही, यहाँ तो जिंदगी है फिर भी कोई याद नहीं करता | jinki yaad mei ham जिनकी याद में हम दीवाने हो गए, वो हम ही से बेगाने हो गए, शायद उन्हें तालाश है अब नये प्यार की, क्यूंकि उनकी नज़र में हम पुराने हो गए | tere chehre ko kabhi bhula तेरे चेहरे को कभी भुला नहीं सकता, तेरी यादों को भी दबा नहीं सकता, आखिर में मेरी जान चली जायेगी, मगर दिल में किसी और को बसा नहीं सकता | tanhaayi mei fariyad to kar तनहाई में फरियाद तो कर सकता हूँ, वीराने को आबाद कर सकता हूँ, जब चाहूँ तुम्हे मिल नहीं सकता, लेकिन जब चाहूँ तुम्हे याद कर सकता हूँ |