😟गम / दुखी शायरियां wo kon sa din tha jab tum वो कौन सा दिन था जब तुम मिले थे… मौसम खुशनुमा था और गुल खिले थे… आज ना ही तुम हो और न ही वो मौसम… क्या जरूरत थी तुम्हे मिलने की… हम तो पहले ही भले थे!!! manjile mushkil thi par मंजीले मुश्किल थी पर हम खोये नहीं… दर्द था दिल में पर हम रोये नहीं… कोई नहीं आज हमारा जो पूछे हमसे… जाग रहे हो किसी के लिए..या किसी के लिये सोये नहीं… chaand ne ki hogi suraj se चाँद ने की होगी सूरज से महोब्बत इसलिए तो चाँद मैं दाग है मुमकिन है चाँद से हुई होगी बेवफ़ाई इसलिए तो सूरज मैं आग है