👯♀️दोस्ती - यारी / रिश्ते शायरियां tumhari yaad dil se तुम्हारी याद दिल से जाने नहीं देंगे, तुम्हारे जैसा दोस्त खोने भी नहीं देंगे, रोज़ शराफ़त से SMS किया करो वरना ……, एक कान क नीचे देंगे ओर रोने भी नहीं देंगे jo gujar gaya wo kyon जो गुज़र गया वो क्यों सोचें, आगे की बात करो वीरानों की बातें क्यों सोचें, गुलशन की बात करो पतझड़ की बातों को छोड़ो, नव वसंत की बात करो जीवन नहीं दुबारा मिलता, सबके हित की बात करो vaade poore karne ki wo वादे पूरे करने की वो हिम्मत ही न जुटा पाये क्यों होगा कैसे होगा वो हिकमत ही न जुटा पाये जनता ऐसे मूर्ख बनेगी इसका उनको ज्ञान नहीं था ये अनचाहा सब गले पड़ेगा ऐसा कोई भान नहीं था लालच दिखा कर जनता को ऐसे ठगना ठीक नहीं मैदान छोड़ कर भाग गये ऐसा भी करना ठीक नहीं अपनी हठ को ऊपर रख आरोप थोपना ठीक नहीं गलत नीति को ऊपर रख कानून तोड़ना ठीक नहीं बहुत दिखाये थे सपने अब उन सपनों का क्या होगा आप की खातिर धंधा छोडा उन अपनों का क्या होगा tere saath kitni haseen thi तेरे साथ कितनी हसीन थी ज़िंदगी अब तेरे बिना बस सज़ा है ज़िंदगी तेरे साथ कितने मज़े में थी ज़िंदगी अब तेरे बिना बड़ी बेमज़ा है ज़िंदगी कभी तूने ही संवारी थी मेरी ज़िंदगी फिर क्यों तूने उज़ाड़ दी मेरी ज़िंदगी मैने हमेशा खुदा देखा तुझमें क्यों खुदा ने बिगाड़ दी मेरी ज़िंदगी ham chaahe na chaahe nigaahe हम चाहे न चाहे निगाहे मिल ही जाती हैं निगाहे तो जरिया है दो दिलो के मिलने का जब मिलने हो दो दिल , निगाहे मिल ही जाती है………. tumhe jab dekha hamne to तुम्हे जब देखा हमने तो यह ख्याल आया बड़ी जल्दी में रब था जब तुमको बनाया तुम्हे जब देखा रब ने तो वो भी घबराया बनाना क्या था मुझको है मैंने क्या बनाया kabhi kabhi aisa hota hai कभी कभी , ऐसा होता है प्यार का असर देर से होता है। आपको क्या लगता हम आपके बारे कुछ नही सोचते पर हमारी हर बात में आपका जिक्र होता है। kuchh uljhe sawaalo se darta कुछ उलझे सवालो से डरता हे दिल जाने क्यों तन्हाई में बिखरता हे दिल किसी को पाने कि अब कोई चाहत न रही बस कुछ अपनों को खोने से डरता हे ये दिल chehre ki hasi se gham ko चेहरे की हंसी से ग़म को भुला दो, कम बोलो पर सब कुछ बता दो. खुद ना रुठों पर सब को हँसा दो, यही राज है ज़िंदगी का, कि जियो और जीना सिखा दो….. dost ko dost ka दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता हे हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता हे कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो वो अफ़साना मौत तक याद रहेता हे.