👯♀️दोस्ती - यारी / रिश्ते शायरियां waqt noor ko benur kar वक्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपने से दूर होना, लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है ! kon kiska rakib enemy hota कोन किसका रकीब (enemy) होता है, कोन किसका हबीब (friend) होता है बन जाते रिश्ते -नाते जहा जिसका नसीब होता है| – “अचरा विकास चौधरी ” wo raat dard aur sitam ki वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी, उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी….. tu chaand mei sitara hota तू चाँद मे सितारा होता आसमान के एक आशियाना में एक आशियाना हमारा होता लोग तुम्हे दूर से देखते नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता| kon jaane kab maut ka कोन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए, ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए, हमे तो इंतजार है उस शाम का जब हमारी ज़िंदगी किसी के काम आ जाए.. bhagwaan ka diya kabhi alp भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता, जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता, हार को जीत से दूर ही रखना, क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता |… akaal mrityu wo mare jo अकाल मृत्यु वो मरे जो कार्य करे चांडाल का, कल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का … dil pe kya gujri wo दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने; प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने; हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का; कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने…………… zindagi hai safar ka seel जिंदगी हे सफर का सील सिला, कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया, जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे, वो बिना मांगे किसी और को मिल गया. mei tod leta agar tu मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती सब जानते है मैं नशा नही करता, मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती!………………